गूंधा हुआ आटा जल्दी खराब होने की प्रवृत्ति रखता है, इसलिए इसे सही तरीके से स्टोर करना जरूरी है ताकि इसे लंबे समय तक उपयोग में लाया जा सके। यहाँ गूंधे आटे को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए कुछ और सुझाव दिए गए हैं:

गूंधा हुआ आटा इस्तेमाल करने के लिए सुझाव
गूंधे हुए आटे को स्टोर करने के सुझाव
- तेल का उपयोग करें: आटे को गूंधते समय उसमें थोड़ी मात्रा में तेल मिलाएं। इससे आटे की नमी बनी रहती है और यह जल्दी सूखता नहीं है। इसके अलावा, तेल की परत लगाने से आटा खट्टा भी कम होता है।
- एयरटाइट कंटेनर: गूंधे हुए आटे को एयरटाइट कंटेनर में रखें ताकि हवा का संपर्क न हो। इससे आटे की सतह पर सूखापन नहीं आएगा, और यह ताजा बना रहेगा।
- प्लास्टिक रैप का इस्तेमाल: कंटेनर में रखने से पहले आटे को प्लास्टिक रैप में लपेटें। यह आटे को हवा और नमी से सुरक्षित रखता है और इसे लंबे समय तक मुलायम बनाए रखता है।
- बेकिंग सोडा का हल्का स्पर्श: अगर आप गूंधे हुए आटे को थोड़ा और समय तक सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो उसमें एक चुटकी बेकिंग सोडा मिला सकते हैं। इससे आटा जल्दी खट्टा नहीं होता और इसकी ताजगी बनी रहती है।
- फ्रीजर में स्टोर करना: अगर आटे को 3-4 दिनों से अधिक समय तक रखना है, तो इसे फ्रीजर में रखें। इसे फ्रीजर में रखने से पहले छोटी-छोटी लोइयाँ बना लें। इसका फायदा यह है कि जब भी आवश्यकता हो, एक लोई निकालकर इसे कमरे के तापमान पर आने दें या हल्के गर्म पानी में डिफ्रॉस्ट करें।
- पानी का संतुलन बनाए रखें: आटा गूंधते समय पानी का सही संतुलन रखना जरूरी है। ज्यादा गीला आटा जल्दी खराब हो सकता है, इसलिए इसे न ज्यादा सख्त और न ही ज्यादा गीला रखें।
गूंधे आटे का सही उपयोग समय
- गर्मियों में: गर्मियों में आटा जल्दी खट्टा हो सकता है, इसलिए इसे 24 घंटे के भीतर ही उपयोग कर लेना चाहिए।
- सर्दियों में: ठंड के मौसम में यह फ्रिज में 2-3 दिन तक सुरक्षित रह सकता है।
आटा (गेहूं का आटा) मुख्यतः भारतीय आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसमें कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। यह कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, फाइबर, और विभिन्न विटामिन एवं खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। यहां 100 ग्राम गेहूं के आटे का पोषण मूल्य दिया गया है:
गेहूं के आटे का पोषण मूल्य (100 ग्राम में):
- कैलोरी: 364 किलोकैलोरी
- प्रोटीन: 12 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट: 72 ग्राम
- फाइबर: 10.7 ग्राम
- शक्कर: 0.4 ग्राम
- फैट (वसा): 1.5 ग्राम
- संतृप्त वसा: 0.3 ग्राम
- मोनोअनसैचुरेटेड वसा: 0.2 ग्राम
- पॉलीअनसैचुरेटेड वसा: 0.7 ग्राम
विटामिन्स और खनिज:
- विटामिन B1 (थायमिन): 0.4 मिलीग्राम (35% दैनिक मूल्य, DV**)
- विटामिन B2 (राइबोफ्लेविन): 0.1 मिलीग्राम (5% DV)
- विटामिन B3 (नायसिन): 4.3 मिलीग्राम (27% DV)
- विटामिन B6: 0.3 मिलीग्राम (17% DV)
- फोलेट (विटामिन B9): 43 माइक्रोग्राम (11% DV)
- आयरन: 3.6 मिलीग्राम (20% DV)
- मैग्नीशियम: 138 मिलीग्राम (33% DV)
- फॉस्फोरस: 346 मिलीग्राम (49% DV)
- पोटेशियम: 405 मिलीग्राम (12% DV)
- जिंक: 2.9 मिलीग्राम (27% DV)
- मैंगनीज: 3.7 मिलीग्राम (185% DV)
- सेलेनियम: 70 माइक्रोग्राम (127% DV)
- **DV daily Value
गेहूं के आटे के पोषण से मिलने वाले फायदे:
- एनर्जी का स्रोत: आटे में उच्च कार्बोहाइड्रेट होने से यह शरीर को त्वरित और लंबे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है।
- हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद: इसमें मैग्नीशियम और फॉस्फोरस होता है, जो हड्डियों की मजबूती को बढ़ाता है।
- पाचन में सुधार: फाइबर की अधिकता से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है और कब्ज की समस्या से बचाव होता है।
- रक्त स्वास्थ्य: आयरन की मौजूदगी से रक्त में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ता है, जिससे एनीमिया से बचाव होता है।
- इम्यूनिटी को बढ़ावा: आटे में जिंक और सेलेनियम होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक हैं।
गेहूं का आटा संपूर्ण आहार का एक अभिन्न हिस्सा है, जो स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।।
by bolnews.in