एल्यूमिनियम केएल्यूमिनियम के बर्तन खाना पकाने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किए जाते हैं क्योंकि ये हल्के, सस्ते और गर्मी को जल्दी और समान रूप से फैलाते हैं। हालांकि, एल्यूमिनियम के उपयोग से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को लेकर समय-समय पर चिंताएं उठी हैं। यहां इसके प्रभाव और बचाव के तरीके दिए गए हैं: बर्तनों में खाना पकाने और इसके स्वास्थ्य पर प्रभाव

एल्यूमिनियम का खाने में घुलना (Leaching)
- कारण: एल्यूमिनियम अम्लीय (जैसे टमाटर, सिरका, नींबू) या खारे (नमक वाले) भोजन के साथ प्रतिक्रिया करता है। ऐसे भोजन पकाने पर एल्यूमिनियम के कण भोजन में घुल सकते हैं।
- स्वास्थ्य पर प्रभाव:
- लंबे समय तक अधिक मात्रा में एल्यूमिनियम का सेवन मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
- कुछ शोध इसे अल्जाइमर रोग जैसे न्यूरोलॉजिकल विकारों से जोड़ते हैं, हालांकि इस पर अभी भी बहस जारी है।
2. खरोंच या पुराने बर्तनों से बढ़ा जोखिम
- पुराने या खरोंच वाले एल्यूमिनियम बर्तनों से एल्यूमिनियम के कण अधिक मात्रा में खाने में जा सकते हैं।
- उच्च तापमान पर खाना पकाने से यह समस्या और बढ़ सकती है।
3. हड्डियों पर प्रभाव
- एल्यूमिनियम शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बाधित कर सकता है, जिससे समय के साथ हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
4. किडनी पर प्रभाव
- शरीर से एल्यूमिनियम को बाहर निकालने का कार्य किडनी करती है।
- जिन लोगों की किडनी कमजोर है या जिन्हें पहले से ही किडनी की समस्या है, उनके लिए एल्यूमिनियम का अधिक सेवन विषाक्त हो सकता है।
5. न्यूरोटॉक्सिसिटी (तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव)
- अत्यधिक एल्यूमिनियम के संपर्क को मस्तिष्क पर हानिकारक प्रभावों से जोड़ा गया है। यह स्मरण शक्ति कमज़ोर करने या अन्य मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है।
6. कैंसर का जोखिम
- हालांकि एल्यूमिनियम बर्तनों में खाना पकाने और कैंसर के बीच कोई प्रत्यक्ष संबंध स्थापित नहीं हुआ है, लेकिन लंबे समय तक एल्यूमिनियम के संपर्क में रहने से कोशिकाओं पर हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
जोखिम को कम करने के उपाय
- एनोडाइज्ड एल्यूमिनियम बर्तनों का उपयोग करें
- एनोडाइज्ड एल्यूमिनियम में एक सुरक्षात्मक परत होती है, जो एल्यूमिनियम को खाने में घुलने से रोकती है।
- अम्लीय और खारा खाना पकाने से बचें
- अम्लीय या खारे भोजन के लिए स्टेनलेस स्टील, कांच, या सिरेमिक के बर्तनों का उपयोग करें।
- पुराने या खरोंच वाले बर्तनों को बदलें
- टूटे-फूटे या खरोंच वाले एल्यूमिनियम बर्तनों का उपयोग बंद कर दें।
- कम तापमान पर खाना पकाएं
- बहुत अधिक तापमान पर लंबे समय तक खाना पकाने से बचें।
- विभिन्न प्रकार के बर्तनों का उपयोग करें
- एल्यूमिनियम के साथ-साथ स्टेनलेस स्टील, कास्ट आयरन, या नॉन-स्टिक बर्तनों का भी उपयोग करें।
निष्कर्ष
एल्यूमिनियम के बर्तनों का कभी-कभार उपयोग अधिक हानिकारक नहीं है, लेकिन लगातार उपयोग—खासकर अम्लीय या खारे भोजन के लिए—स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। सही बर्तनों का चयन और सावधानियों का पालन करके इन जोखिमों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
by bolnews.in